लिस्बन – पुर्तगाल की सार्वजनिक स्वास्थ्य एजेंसी (Directorate-General for Health – DGS) 16 साल से कम उम्र के बच्चों और किशोरों को एनर्जी ड्रिंक्स की बिक्री पर रोक लगाने पर विचार कर रही है। इस कदम पर फिलहाल यूके सहित कई यूरोपीय देशों में चर्चा चल रही है।
DGS ने बताया कि प्रस्तावित उपायों में न सिर्फ़ नाबालिगों को बिक्री पर प्रतिबंध शामिल होगा, बल्कि स्कूल परिसरों में इन पेय पदार्थों की बिक्री पर भी रोक लगाई जा सकती है। वर्तमान में पुर्तगाल में ऐसी कोई पाबंदी नहीं है।
यूरोप में बढ़ती चर्चा
नॉर्वे: जनवरी 2026 से अंडर-16 बिक्री पर रोक लागू होगी।
यूके: सरकार ने सार्वजनिक परामर्श शुरू किया है। कई सुपरमार्केट पहले ही स्वेच्छा से बिक्री रोक चुके हैं।
स्पेन, जर्मनी, स्लोवेनिया, हंगरी: इस मुद्दे पर बहस जारी है।
DGS का कहना है कि वे यूके में लागू कदमों और उनके प्रभाव का विश्लेषण कर रहे हैं। यदि वहाँ यह नीति प्रभावी साबित होती है, तो पुर्तगाल भी इस दिशा में औपचारिक प्रस्ताव ला सकता है।
क्यों उठ रही है चिंता?
एनर्जी ड्रिंक्स में मौजूद अत्यधिक कैफीन और शुगर किशोरों के लिए जोखिम बढ़ाते हैं।
500ml के एक कैन में लगभग 14 पैकेट शुगर (4 ग्राम प्रत्येक) के बराबर चीनी होती है।
कैफीन की मात्रा 5 कैन कोका-कोला के बराबर होती है।
संभावित दुष्प्रभाव:
हृदयगति बढ़ना
नींद में खलल और बेचैनी
सिरदर्द और चिड़चिड़ापन
डिहाइड्रेशन और पाचन संबंधी समस्याएँ
उच्च रक्तचाप
DGS ने यह भी चेताया कि एनर्जी ड्रिंक्स और अल्कोहल को मिलाकर पीना युवाओं में आम है और इससे स्वास्थ्य जोखिम और बढ़ जाते हैं।
उपभोग का बढ़ता चलन
पुर्तगाल में पिछले दो वर्षों में एनर्जी ड्रिंक्स की बिक्री 50% बढ़ी है।
अंतरराष्ट्रीय अध्ययनों के अनुसार, लगभग 44.5% किशोरों ने पिछले एक वर्ष में कम से कम एक बार एनर्जी ड्रिंक पिया है।
पुर्तगाल में 2014 के एक अध्ययन ने पाया कि लिस्बन जिले के 42% किशोर इन पेयों का सेवन करते हैं।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे पेय पदार्थों से विशेष रूप से बच्चों, गर्भवती महिलाओं, स्तनपान कराने वाली माताओं और हृदय या मानसिक रोगों से पीड़ित लोगों को दूर रहना चाहिए।