2025 की शुरुआत से ही म्यूचुअल फंड्स ने निवेशकों को आकर्षक रिटर्न देना शुरू कर दिया है। वित्त विशेषज्ञों का कहना है कि इक्विटी और बैलेंस्ड फंड्स ने पिछले तीन महीनों में औसतन 12-15% तक रिटर्न दिया है, जो बैंक फिक्स्ड डिपॉज़िट और अन्य पारंपरिक निवेश विकल्पों से कहीं बेहतर है।
निवेशक इस समय स्मॉल और मिड कैप फंड्स की ओर अधिक आकर्षित हो रहे हैं। विशेषज्ञों की सलाह है कि निवेश करने से पहले फंड की परफॉर्मेंस, मैनेजमेंट और जोखिम प्रोफाइल जरूर जाँचा जाए।
निवेशकों के लिए सुझाव:
लंबी अवधि के लिए निवेश करें (3–5 साल या उससे अधिक)।
विविधता बनाए रखें, सिर्फ एक सेक्टर पर निर्भर न रहें।
मासिक SIP (Systematic Investment Plan) के जरिए नियमित निवेश करना फायदेमंद हो सकता है।
म्यूचुअल फंड्स में निवेश से न केवल धन में वृद्धि होती है बल्कि जोखिम को भी संतुलित तरीके से मैनेज किया जा सकता है।