Biocon

ट्रम्प की फार्मा (Tariffs ) से बायोकॉन (Biocon) शेयर पर में बिकवाली बढ़ी

ट्रम्प ने कल रासत को फार्मा रिलेटेड प्रोडक्ट्स पर १००% टैरिफ की घोषणा करने के बाद भारत के फार्मा सेक्टर में तेज बिकवाली देखने को मिली। आज दिन का बाजार बंद होते होते बिओकों शेयर की कीमत ४ . ७८ % गिरकर ३३८ . ९५ पर बंद हो गयी।

भारत की दिग्गज बायोफार्मा कंपनी बायोकॉन लिमिटेड (Biocon Ltd.) देश और विदेश दोनों बाजारों में दवाओं के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान देती है। यह कंपनी खासकर बायोसिमिलर, जेनेरिक दवाओं और रिसर्च सेवाओं के लिए जानी जाती है। निवेशकों की नज़र लंबे समय से बायोकॉन के शेयर पर बनी रहती है, क्योंकि यह हेल्थकेयर सेक्टर से जुड़ी प्रमुख कंपनियों में शामिल है।

बायोकॉन की स्थापना 1978 में हुई थी और इसका मुख्यालय बेंगलुरु (कर्नाटक) में है। कंपनी डायबिटीज़, कैंसर, ऑटो-इम्यून जैसी बीमारियों के इलाज से जुड़ी दवाएं विकसित करती है। रिसर्च और इनोवेशन पर इसका खास फोकस है।

शेयर का प्रदर्शन

बायोकॉन का शेयर लंबे समय से मिड-कैप शेयरों की श्रेणी में आता है।

इस शेयर में उतार-चढ़ाव देखने को मिलते हैं, क्योंकि फार्मा सेक्टर में ग्लोबल पॉलिसी और एफडीए अप्रूवल जैसी चीज़ें सीधा असर डालती हैं। आज भी ट्रम्प तरफस के करसन बिकवाली देखने को मिली।

दीर्घकालिक निवेशक इसे हेल्थकेयर ग्रोथ स्टोरी के तौर पर देखते हैं।

निवेश के प्रमुख कारण

हेल्थकेयर सेक्टर में डिमांड – भारत ही नहीं, बल्कि दुनिया भर में जेनेरिक और किफायती दवाओं की ज़रूरत लगातार बढ़ रही है।

बायोसिमिलर बिज़नेस – यह कंपनी की सबसे बड़ी ताकत है और आने वाले समय में इसकी ग्रोथ की संभावना अधिक है।

ग्लोबल प्रेज़ेंस – बायोकॉन अमेरिका और यूरोप जैसे बड़े बाजारों में भी काम करती है।

लंबी अवधि के निवेशकों के लिए संभावना – यदि कोई लंबी अवधि का नजरिया रखे तो बायोकॉन भविष्य में अच्छे रिटर्न दे सकता है।

निवेश से जुड़े जोखिम

अमेरिकन गवर्नमेंट टैरिफ का भी कंपनी के शेयर पर प्रभाव देखने को मिलता है।

फार्मा कंपनियों पर सरकारी नीतियों और विदेशी नियामक संस्थाओं का कड़ा असर होता है।

किसी दवा को अप्रूवल न मिलना या कानूनी मामले शेयर पर नकारात्मक असर डाल सकते हैं।

अंतरराष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा भी मुनाफे को प्रभावित कर सकती है।

निष्कर्ष

बायोकॉन शेयर एक मजबूत फार्मा और बायोटेक्नोलॉजी प्लेयर है। यह लंबी अवधि के निवेशकों के लिए अच्छा विकल्प हो सकता है, लेकिन इसमें निवेश से पहले जोखिम और अपने निवेश लक्ष्य ज़रूर देखें। छोटे समय में उतार-चढ़ाव अधिक हो सकते हैं, इसलिए यह स्टॉक मुख्य रूप से उन निवेशकों के लिए उपयुक्त है, जो धैर्य रख सकते हैं।

शेयर मार्केट

ट्रंप की धमकी से बाजार में हड़कंप! सेंसेक्स 666 अंक टूटा, निफ्टी 24,700 के नीचे

Tata Cars After GST

GST लागू होने के बाद टाटा कारों की कीमतों में आई गिरावट – Tata Cars After GST

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Gallery