नई दिल्ली: शारदीय नवरात्र का पर्व देशभर में धूमधाम से मनाया जा रहा है। नवरात्र के आठवें दिन यानी Durga Ashtami 2025 को भक्त विशेष रूप से मां महागौरी की पूजा करते हैं। यह दिन मां की पवित्रता, शांति और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है।
मां महागौरी की पूजा को घर और मंदिरों में विशेष श्रद्धा से अंजाम दिया जाता है। भक्त व्रत रखते हैं और सुबह-शाम आरती और भजन का आयोजन करते हैं। धार्मिक मान्यता है कि इस दिन की गई पूजा से व्यक्ति के जीवन में अन्न, धन और सुख-समृद्धि की कमी नहीं होती।
Durga Ashtami पूजा का महत्व और विधि:
अष्टमी के दिन पूजा स्थल को स्वच्छ और सजाया हुआ रखें।
मां महागौरी के चित्र या प्रतिमा के सामने दीपक, फूल और नैवेद्य रखें।
भक्तों को मंत्रों का उच्चारण और भजन के साथ आरती करनी चाहिए।
श्रद्धा भाव से मां की पूजा करने से घर में शांति और समृद्धि बनी रहती है।
Durga Ashtami आरती क्यों जरूरी है?
आरती न केवल मां महागौरी को प्रसन्न करती है, बल्कि यह भक्तों के जीवन में सकारात्मक ऊर्जा और खुशहाली लाती है। इसे करते समय भक्तों का मन पूरी तरह भक्ति और श्रद्धा से भरा होना चाहिए।
साधना और व्रत:
कई श्रद्धालु इस दिन व्रत रखते हैं और माता की कृपा पाने के लिए दिनभर उपवास का पालन करते हैं। यह व्रत शारीरिक और मानसिक शुद्धि के साथ-साथ आध्यात्मिक बल भी प्रदान करता है।
इस प्रकार, Durga Ashtami का दिन केवल पूजा का पर्व नहीं है, बल्कि यह भक्ति, समर्पण और जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक भी है।