बर्लिन – जर्मनी की संघीय सरकार ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की गाज़ा युद्ध को समाप्त करने वाली गाज़ा शांति योजना का समर्थन किया है। जर्मन चांसलर फ़्रेडरिक मर्ज़ ने कहा कि इसराइल का इस योजना को समर्थन देना शांति प्रक्रिया की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। सरकार के प्रवक्ता स्टेफ़न कोर्नेलियस के मुताबिक़, अब ज़िम्मेदारी हमास की है कि वह इस योजना को स्वीकार करे और युद्धविराम का रास्ता खोले।
“जर्मनी निभाएगा सक्रिय भूमिका”
सरकारी प्रवक्ता ने स्पष्ट किया कि जर्मनी इस योजना को ज़मीनी स्तर पर लागू करने में सक्रिय योगदान देने के लिए तैयार है।
सरकार का मानना है कि ट्रंप की पहल इस युद्ध को समाप्त करने का सबसे बेहतर मौका है।
मर्ज़ की अपील – “बंधकों को छोड़ें”
चांसलर मर्ज़ ने मंगलवार सुबह चांसलरी में उन जर्मन नागरिकों के परिजनों से मुलाकात की जिनके प्रियजन अभी भी हमास की कैद में हैं।
उन्होंने हमास से सभी बंधकों की रिहाई की अपील करते हुए कहा कि यह किसी भी शांति प्रक्रिया की बुनियादी शर्त है।
विदेश मंत्री बोले – “उम्मीद की किरण”
विदेश मंत्री योहान वाडेफुल ने ट्रंप की योजना को एक “ऐतिहासिक अवसर” बताया।
उन्होंने कहा –
“गाज़ा में जारी भीषण लड़ाई, कैद और मानवीय संकट से जूझ रहे लाखों लोगों के लिए यह योजना उम्मीद की नई किरण है।
पहली बार इसराइली और फ़िलिस्तीनी दोनों के लिए यह युद्ध खत्म होने की ठोस संभावना बनी है।”
वाडेफुल ने ज़ोर देकर कहा कि यह मौका किसी भी सूरत में खोना नहीं चाहिए और अंतरराष्ट्रीय समुदाय को चाहिए कि वह हमास पर दबाव बनाए।
पृष्ठभूमि
गाज़ा युद्ध की शुरुआत 7 अक्टूबर 2023 को हुई थी, जब हमास ने इसराइल पर आतंकी हमला किया था।
इसके बाद से गाज़ा में लगातार संघर्ष, बमबारी और मानवीय संकट जारी है।
अब तक हजारों लोग अपनी जान गंवा चुके हैं और लाखों विस्थापित हो चुके हैं।
जर्मनी का यह समर्थन ट्रंप की योजना को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर और मज़बूत बनाता है। अब नज़रें इस बात पर टिकी हैं कि क्या हमास भी इस पहल पर सहमति जताकर शांति की राह अपनाएगा।