मुंबई: शिल्पा शेट्टी के पति और व्यवसायी से अभिनेता बने राज कुंद्रा एक बार फिर कानूनी विवादों में फंसे हैं। Enforcement Directorate (ईडी) ने उनके खिलाफ बिटकॉइन से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में चार्जशीट दाखिल की है। ईडी का दावा है कि कुंद्रा के पास 285 बिटकॉइन हैं, जिनकी कीमत वर्तमान में लगभग 150.47 करोड़ रुपये है।
285 बिटकॉइन के कब्जे का मामला क्या है?
ईडी के अनुसार, ये 285 बिटकॉइन कुंद्रा को क्रिप्टो-घोटाले के मास्टरमाइंड अमित भारद्वाज से प्राप्त हुए थे। कुंद्रा ने दावा किया था कि वे केवल लेन-देन में ‘मध्यस्थ’ थे, लेकिन ईडी ने चार्जशीट में कहा कि वे बिटकॉइन के वास्तविक मालिक हैं।
चार्जशीट एनफोर्समेंट डिरेक्टोरेट में यह भी कहा गया कि राज कुंद्रा ने महत्वपूर्ण सबूत छुपाए, जैसे बिटकॉइन वॉलेट के पते, और इन डिजिटल मुद्राओं को सौंपने में असफल रहे।
ईडी के राज कुंद्रा पर प्रमुख आरोप
राज कुंद्रा ने 150.47 करोड़ के लगभग 285 बिटकॉइन का स्वयं उपयोग और कब्जा किया।
उन्होंने शिल्पा शेट्टी को ‘निम्न बाजार मूल्य’ पर ट्रांसफर करके धन की असलियत छुपाने की कोशिश की।
PMLA के तहत जांच में बाधा डालने का प्रयास किया।
ईडी का कहना है कि कुंद्रा ने बिटकॉइन प्राप्त होने के सभी पांच ट्रांजेक्शन की संख्या सात साल तक याद रखी, जिससे साफ होता है कि वे केवल मध्यस्थ नहीं बल्कि वास्तविक मालिक हैं।
बिटकॉइन घोटाले का पूरा दृश्य
यह मामला Variable Tech Pvt Ltd और अमित भारद्वाज परिवार से जुड़ा है। निवेशकों को बिटकॉइन माइनिंग और भारी रिटर्न का लालच दिया गया, लेकिन उन्हें धोखा मिला। कुंद्रा को 285 बिटकॉइन मिले, जो यूक्रेन में माइनिंग सेटअप के लिए होने थे। सौदा पूरा नहीं हुआ, लेकिन कुंद्रा के पास यह बिटकॉइन अब भी हैं।
चार्जशीट में यह भी कहा गया कि कुंद्रा ने दावा किया कि वे ‘मध्यस्थ’ थे, लेकिन ‘Term Sheet’ नामक दस्तावेज़ स्पष्ट करता है कि यह समझौता अमित भारद्वाज और राज कुंद्रा के बीच था।
ई डी ने राज कुंद्रा पर सबूत छुपाने का आरोप भी लगाया
ईडी ने कहा कि कुंद्रा ने iPhone X खराब होने का हवाला देकर वॉलेट की जानकारी देने में देरी की। जांच एजेंसी ने इसे साक्ष्य छुपाने और अपराध से प्राप्त संपत्ति छुपाने की कोशिश माना।
राज कुंद्रा के साथ बिटकॉइन मामले में अन्य आरोपी
चार्जशीट में राजेश सतीजा का नाम भी शामिल है।
राज कुंद्रा के केस की वर्तमान स्थिति
राज कुंद्रा के खिलाफ केस PMLA कोर्ट में चल रहा है।
285 बिटकॉइन की कुल कीमत लगभग 150.47 करोड़ रुपये आंकी गई है।
मामला भारतीय क्रिप्टो निवेशकों और डिजिटल मनी लॉन्ड्रिंग मामलों में गंभीर संकेत माना जा रहा है।