बेंगलुरु | 25 सितंबर 2025
बेंगलुरु की ट्रैफिक समस्या किसी से छुपी नहीं है। रोज़ाना जाम से जूझ रहे लोगों की परेशानी को कम करने के लिए कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने बड़ी कंपनियों से सहयोग मांगा था। इसी कड़ी में उन्होंने विप्रो से गुज़ारिश की थी कि कंपनी का सरजापुर कैंपस जनता के लिए रास्ते के रूप में खोला जाए।
लेकिन, विप्रो के फाउंडर और चेयरमैन अज़ीम प्रेमजी ने इस प्रस्ताव को साफ़ मना कर दिया है।
अज़ीम प्रेमजी ने क्या कहा?
अज़ीम प्रेमजी ने मुख्यमंत्री के पत्र का जवाब देते हुए कहा कि उन्हें ट्रैफिक समस्या की गंभीरता का पूरा अहसास है और वे सरकार के साथ समाधान खोजने में सहयोग करना चाहते हैं। इसके लिए उन्होंने कंपनी की सीनियर प्रतिनिधि रेशमी शंकर को आगे की बातचीत के लिए नियुक्त भी किया है।
हालांकि, उन्होंने साफ़ किया कि सरजापुर कैंपस एक स्पेशल इकनॉमिक ज़ोन (SEZ) है, जहां सख़्त सुरक्षा नियम लागू हैं। वैश्विक सेवाओं से जुड़े दायित्वों के कारण वहां आम वाहनों की एंट्री संभव नहीं है।
बेंगलुरु की जाम की जंग
राजधानी बेंगलुरु लंबे समय से भयानक ट्रैफिक जाम से जूझ रही है। खासकर आउटर रिंग रोड और सरजापुर क्षेत्र में स्थिति और भी खराब है। इसी वजह से मुख्यमंत्री ने कॉर्पोरेट कंपनियों से मदद मांगी थी ताकि सड़क पर दबाव कम हो सके।
यानी, विप्रो का कैंपस तो ट्रैफिक के लिए नहीं खुलेगा, लेकिन प्रेमजी ने साफ़ कर दिया है कि कंपनी सरकार के साथ मिलकर मोबिलिटी चैलेंज से निपटने के नए रास्ते ज़रूर तलाशेगी।