नई दिल्ली, 24 सितंबर 2025: दिल्ली और आसपास के इलाकों में H3N2 इन्फ्लुएंजा के मामले बढ़ते जा रहे हैं। हाल के एक सर्वेक्षण के मुताबिक, लगभग 69% परिवारों में कम से कम एक सदस्य इस वायरल फ्लू के लक्षण महसूस कर रहा है। यह वायरस खासतौर पर बच्चे, बुजुर्ग और कमजोर प्रतिरक्षा वाले लोग प्रभावित कर सकता है।
H3N2 इन्फ्लुएंजा क्या है?
H3N2 एक प्रकार का इन्फ्लुएंजा A वायरस है। यह सांस की नली को प्रभावित करता है और तेज़ बुखार, खांसी, गले में खराश, सिरदर्द और थकान जैसे लक्षण उत्पन्न करता है।
दिल्ली-एनसीआर में हालात
सर्वेक्षण के अनुसार, 11,000 से अधिक परिवारों में से 69% में कम से कम एक सदस्य संक्रमित पाया गया। मार्च 2025 में यह संख्या 5% थी, जो अब बढ़कर 69% हो गई है। इससे पता चलता है कि यह वायरस तेजी से फैल रहा है।
H3N2 इन्फ्लुएंजा के आम लक्षण
शरीर में तेज़ बुखार और कंपकंपी होना।
खांसी और गले में खराश की स्थिती
पुरे सिर और शरीर में दर्द होना।
थकान और कमजोरी महसूस होना।
गंभीर मामलों में सांस लेने में तकलीफ होना या कठिनाई महसूस होना।
H3N2 – बचाव के उपाय
वैक्सीन लगवाएँ – शासकीय या प्राइवेट अस्पताल से डॉक्टर के सलाह नुसार मौसमी फ्लू वैक्सीन H3N2 स्ट्रेन शामिल होती है।
हाथों की सफाई – बाहेर से आने के बाद यान टॉयलेट के उसे के बाद साबुन और पानी से नियमित हाथ धोएँ।
मास्क पहनें – अपने नाक को मास्क से ढके,खासकर भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर।
बीमार लोगों से दूरी बनाएँ।
संतुलित आहार और पर्याप्त नींद ले – खुद की इम्यून सिस्टम मजबूत रखें।
क्या करें यदि h3n2 influenza -संक्रमित हों
पर्याप्त आराम करें और तरल पदार्थ लें।
बुखार और दर्द के लिए डॉक्टर की सलाह लें।
गंभीर लक्षण जैसे सांस लेने में दिक्कत या लगातार बुखार होने पर तुरंत अस्पताल जाएँ।
डॉक्टर की सलाह पर एंटीवायरल दवाइयाँ लें।
कौन अधिक जोखिम में है
बच्चे और बुजुर्ग
गर्भवती महिलाएँ
पुरानी बीमारियों वाले लोग (हृदय, श्वसन, मधुमेह)
दिल्ली-एनसीआर में H3N2 इन्फ्लुएंजा तेजी से फैल रहा है। समय पर बचाव और सावधानियाँ अपनाकर इसे गंभीर बीमारी में बदलने से रोका जा सकता है। मास्क पहनें, हाथ साफ रखें और यदि लक्षण दिखें तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।