ट्रम्प टैरिफ्स (Trump Tariffs) अमेरिकी इतिहास में एक महत्वपूर्ण व्यापारिक कदम थे। 2025 में डोनाल्ड ट्रम्प के राष्ट्रपति बनने के बाद अमेरिका ने कई देशों से आयातित माल पर उच्च टैरिफ्स लागू किए। इसका मुख्य उद्देश्य अमेरिका की अर्थव्यवस्था और घरेलू उद्योगों को बचाना था।
ट्रम्प टैरिफ्स का उद्देश्य
ट्रम्प प्रशासन के अनुसार टैरिफ्स लगाने के मुख्य कारण थे:
अमेरिकी नौकरियों की सुरक्षा: सस्ते आयात के कारण अमेरिकी कंपनियों में नौकरियाँ घट रही थीं।
व्यापार घाटा कम करना: अमेरिका का वैश्विक व्यापार घाटा बढ़ रहा था।
घरेलू उत्पादन को बढ़ावा देना: अमेरिकी उद्योगों को प्रतिस्पर्धात्मक लाभ देना।
किस पर लगाए गए टैरिफ्स
टैरिफ्स विशेष रूप से निम्नलिखित क्षेत्रों पर लागू किए गए:
स्टील और एल्यूमिनियम
चीन से आयातित लगभग $250 बिलियन के उत्पाद
यूरोपीय संघ और मैक्सिको से कुछ प्रमुख वस्तुएँ
इन टैरिफ्स के कारण चीन और अन्य देशों ने भी अमेरिका के माल पर जवाबी शुल्क लगाए, जिससे ट्रेड वॉर की स्थिति उत्पन्न हुई।
ट्रम्प टैरिफ्स के प्रभाव
सकारात्मक पहलू:
कुछ अमेरिकी उद्योगों को अस्थायी लाभ मिला।
अमेरिकी सरकार को अतिरिक्त राजस्व प्राप्त हुआ।
नकारात्मक पहलू:
उपभोक्ताओं के लिए सामान महंगा हो गया।
वैश्विक व्यापार में तनाव और अस्थिरता आई।
अंतरराष्ट्रीय आपूर्ति श्रृंखला प्रभावित हुई।
निष्कर्ष
ट्रम्प टैरिफ्स ने अमेरिकी और वैश्विक व्यापार पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाला। यह नीति दिखाती है कि कैसे राष्ट्रीय हितों के लिए उठाए गए कदम दुनिया के बाजारों को प्रभावित कर सकते हैं।
संक्षेप में: ट्रम्प टैरिफ्स ने अमेरिकी उद्योगों और नौकरियों की सुरक्षा की दिशा में कदम उठाया, लेकिन इसके लाभ और हानि दोनों देखने को मिले।