भारतीय रुपया हाल ही में डॉलर के मुकाबले मजबूत स्थिति में है। ट्रेडिंग विशेषज्ञों का मानना है कि विदेशी निवेशकों का आकर्षण और निरंतर आर्थिक सुधारों के कारण INR में स्थिरता बनी हुई है।
रिपोर्ट्स के अनुसार, डॉलर के मुकाबले रुपया 88.50 के स्तर पर ट्रेड कर रहा है। विदेशी निवेशकों ने भारतीय स्टॉक मार्केट और मुद्रा बाजार में लगातार निवेश किया है, जिससे मुद्रा की मांग बढ़ी है।
विशेषज्ञों का कहना है कि आने वाले हफ्तों में भी रुपया मजबूत बने रहने की संभावना है। निवेशकों को सलाह दी जा रही है कि वे फॉरेक्स मार्केट के बदलावों पर ध्यान रखें और उचित रणनीति के साथ निवेश करें।