मुंबई | 1 अक्टूबर 2025
भारत की अमीरी की दौड़ में एक बार फिर बड़ा उलटफेर हुआ है। मुकेश अंबानी और उनका परिवार 2025 की M3M हुरुन इंडिया रिच लिस्ट में देश के सबसे अमीर शख्स बन गए हैं। अंबानी की कुल संपत्ति अब ₹9.55 लाख करोड़ है, जबकि गौतम अडानी और परिवार की दौलत ₹8.14 लाख करोड़ पर पहुँच गई है।
क्यों हुआ ये बदलाव?
पिछले साल 2024 की लिस्ट में गौतम अडानी ₹11 लाख करोड़ की संपत्ति के साथ सबसे आगे थे। वहीं मुकेश अंबानी ₹10 लाख करोड़ पर दूसरे स्थान पर थे। इस साल दोनों की दौलत घटी है, लेकिन अंबानी ने अडानी से बढ़त ले ली। अडानी ग्रुप की कंपनियों पर ग्लोबल दबाव और शेयर बाज़ार की अस्थिरता की वजह से उनकी संपत्ति में ₹3.4 लाख करोड़ की गिरावट आई है।
टाइमलाइन: साल-दर-साल संपत्ति का सफ़र
2023: अंबानी और अडानी में कड़ी टक्कर, दोनों के पास ₹9-10 लाख करोड़ संपत्ति।
2024: अडानी ने अंबानी को पीछे छोड़ा और ₹11 लाख करोड़ पर पहुँचे।
2025: अंबानी ने वापसी की और फिर से भारत के सबसे अमीर बने।
नए चेहरे और बड़ी उपलब्धियाँ
रोशनी नाडर मल्होत्रा: ₹2.84 लाख करोड़ की नेटवर्थ के साथ पहली बार टॉप 3 में। भारत की सबसे अमीर महिला।
अरविंद श्रीनिवास (Perplexity): 31 साल की उम्र में ₹21,190 करोड़ संपत्ति के साथ सबसे युवा नए अरबपति।
कैवल्य वोहरा (22) और आदित पालीचा (23): Zepto के को-फाउंडर्स, देश के सबसे युवा अरबपति।
शाहरुख़ ख़ान: बॉलीवुड के किंग खान ने भी पहली बार अरबपतियों की लिस्ट में जगह बनाई, ₹12,490 करोड़ की संपत्ति के साथ।
भविष्य का अनुमान
भारत में अरबपतियों की संख्या लगातार बढ़ रही है। 2025 की लिस्ट के मुताबिक:
देश में अब 350 से ज्यादा अरबपति हैं — जो 13 साल पहले की तुलना में 6 गुना ज़्यादा है।
इनकी कुल संपत्ति ₹167 लाख करोड़ है, जो भारत की GDP का लगभग आधा हिस्सा है।
टेक्नोलॉजी, फार्मा और इंडस्ट्रियल प्रोडक्ट्स ऐसे सेक्टर हैं, जहाँ से अगले बड़े अरबपति उभरने की उम्मीद है।
हुरुन इंडिया रिच लिस्ट के चेयरमैन Rupert Hoogewerf का कहना है:
“भारत अब ग्लोबल लेवल पर अरबपतियों की ताक़तवर राजधानी बन रहा है। आने वाले दशक में मुंबई और बेंगलुरु जैसे शहर दुनिया के टॉप वेल्थ हब में शामिल होंगे।”
2025 की लिस्ट साफ़ दिखाती है कि भारत की दौलत सिर्फ़ कुछ बिज़नेस दिग्गजों तक सीमित नहीं, बल्कि नई पीढ़ी और एंटरप्रेन्योर भी तेजी से आगे आ रहे हैं। अंबानी-अडानी की टक्कर भले ही सुर्ख़ियाँ बटोर रही हो, लेकिन शाहरुख़ ख़ान जैसे नए नाम ये साबित करते हैं कि भारत में अमीरी की परिभाषा बदल रही है।