भारत के डिजिटल क्रिएटर्स अब बॉलीवुड स्टार्स और क्रिकेट खिलाड़ियों को भी कमाई में कड़ी टक्कर दे रहे हैं।
टेक इंफॉर्मर की रिपोर्ट के अनुसार, कॉमेडियन तनमय भट्ट (Tanmay Bhat) इस समय भारत के सबसे अमीर यूट्यूबर हैं। उनकी कुल संपत्ति लगभग ₹665 करोड़ आंकी गई है।
यह रिपोर्ट बताती है कि यूट्यूब और डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म्स से अब सिर्फ़ शोहरत ही नहीं, बल्कि करोड़ों की कमाई भी संभव है।
तनमय भट्ट की यात्रा बेहद प्रेरणादायक रही है। उन्होंने कॉलेज के दिनों में छोटे कॉमेडी स्किट्स और सोशल मीडिया वीडियोज़ से शुरुआत की थी।
बाद में उन्होंने AIB (All India Bakchod) नामक कॉमेडी ग्रुप की सह-स्थापना की, जिसने भारतीय इंटरनेट कंटेंट को एक नया चेहरा दिया।
वक़्त के साथ तनमय ने पॉडकास्ट, कॉमेडी शो, ब्रांड सहयोग और प्रोडक्शन के ज़रिए अपने दायरे को बढ़ाया।
उनका ह्यूमर, सामाजिक अवलोकन और व्यंग्य उन्हें भारत के सबसे लोकप्रिय कंटेंट क्रिएटर्स में शामिल करता है।
भारत के टॉप यूट्यूबर्स की दौलत
रिपोर्ट के अनुसार, तनमय भट्ट ₹665 करोड़ की नेटवर्थ के साथ सबसे ऊपर हैं।
उनके बाद गौरव चौधरी (Technical Guruji) ₹356 करोड़ की संपत्ति के साथ दूसरे स्थान पर हैं।
तीसरे नंबर पर समय रैना हैं जिनकी संपत्ति करीब ₹140 करोड़ है।
कैरी मिनाटी (अजेय नागर) ₹131 करोड़ और भुवन बाम ₹122 करोड़ की नेटवर्थ के साथ अगले स्थानों पर हैं।
इनके अलावा अमित भड़ाना, ट्रिगर्ड इंसान, ध्रुव राठी, रणवीर अल्लाबदिया और सौरव जोशी भी इस लिस्ट में शामिल हैं।
यह लिस्ट दिखाती है कि भारत के यूट्यूबर्स अब एक पूरी डिजिटल इंडस्ट्री बन चुके हैं, जो तेजी से बढ़ रही है।
कंटेंट से क्रोड़ों की कमाई
EY की एक रिपोर्ट बताती है कि भारत की डिजिटल इन्फ्लुएंसर इकॉनमी 2026 तक ₹3,000 करोड़ से अधिक की हो जाएगी।
अब ब्रांड्स और कंपनियां टीवी या फिल्मों की तुलना में क्रिएटर्स के प्लेटफ़ॉर्म्स पर ज्यादा भरोसा कर रही हैं, क्योंकि यहीं पर दर्शकों से सीधा जुड़ाव होता है।
तनमय भट्ट जैसे क्रिएटर्स सिर्फ़ वीडियो नहीं बनाते, बल्कि पॉडकास्ट नेटवर्क, प्रोडक्शन हाउस और डिजिटल स्टार्टअप्स में भी निवेश करते हैं।
आज यूट्यूबर सिर्फ़ इंटरनेट चेहरे नहीं, बल्कि नए युग के सुपरस्टार हैं।
CarryMinati, Bhuvan Bam और Samay Raina जैसे नाम अब युवा दर्शकों में उसी तरह मशहूर हैं जैसे कभी बॉलीवुड स्टार्स हुआ करते थे।
तनमय भट्ट का ₹665 करोड़ का साम्राज्य इस बात का सबूत है कि आज के दौर में “कंटेंट ही करेंसी” है —
जो लोगों को हंसा सकता है, वही सफलता और संपत्ति दोनों कमा सकता है।