कोलंबो, 5 अक्टूबर 2025 |
भारत की नई गेंदबाज़ी सनसनी क्रांति गौड़ ने रविवार को पाकिस्तान के खिलाफ वर्ल्ड कप मुकाबले में ऐसा जलवा दिखाया कि पूरा कोलंबो झूम उठा। 22 साल की इस तेज़ गेंदबाज़ ने शुरुआती ओवरों में ऐसी स्विंग कराई कि पाकिस्तान की टॉप ऑर्डर हिल गई — नतीजा, 3 विकेट सिर्फ 20 रन देकर भारत को 88 रनों की एकतरफा जीत मिली।
मई 2025 में जब गौड़ को श्रीलंका के खिलाफ वनडे डेब्यू का मौका मिला था, तब उन्हें सिर्फ “ट्रायल” के तौर पर देखा जा रहा था।
दोनों सीनियर गेंदबाज़ें — रेनुका सिंह और पूजा वस्त्राकर — चोटिल थीं।
लेकिन डेब्यू में बिना विकेट लिए भी उन्होंने श्रीलंका की स्टार बैटर चमारी अटापट्टू को जिस तरह एक तेज़ गेंद से चौंकाया, वह लम्हा उनकी पहचान बन गया।
उसके बाद इंग्लैंड दौरे पर छह विकेट की धमाकेदार गेंदबाज़ी के साथ गौड़ ने अपनी जगह पक्की कर ली — और अब वे टीम की पहली पसंद नई गेंदबाज़ बन चुकी हैं।
💥 कोलंबो में पाकिस्तान की पारी का पतन
भारत बनाम पाकिस्तान — और गेंद हाथ में क्रांति गौड़ की!
पहले ही ओवर से उन्होंने लाइन-लेंथ पर सटीक नियंत्रण रखा, बॉल को दोनों दिशाओं में मूव कराया।
बारहवें ओवर में कप्तान हरमनप्रीत कौर स्लिप हटाना चाहती थीं, लेकिन गौड़ ने कहा —
“नहीं दीदी, इस ओवर में स्लिप रहने दो… विकेट लगेगा।”
और पहली ही गेंद पर अलिया रियाज़ का कैच स्लिप में चला गया!
पूरी टीम और कप्तान गौड़ की ओर दौड़ पड़ीं — वो पल उनके आत्मविश्वास का सबूत था।
रणनीति, सादगी और आत्मविश्वास का संगम
मैच के बाद गौड़ ने कहा,
“मैं बस अपनी लाइन और लेंथ पर ध्यान दे रही थी। कोच ने कहा था कि बाउंसर या स्लोअर बॉल जैसी चीज़ें हालात देखकर डालो, तो मैंने वैसा ही किया।”
उनका हर स्पेल इस बात का उदाहरण है कि तकनीक से ज़्यादा ज़रूरी है डिसिप्लिन और भरोसा अपनी स्किल्स पर।
बल्ले से भी की धमकदार एंट्री
गेंद के साथ-साथ बल्ले से भी गौड़ ने योगदान दिया।
जब भारत 226/8 पर था, तब उन्होंने रिचा घोष के साथ 21 रन जोड़े —
4 गेंदों में 8 रन, जिनमें दो चौके शामिल थे।
“रिचा ने कहा, अगर बॉल हिट करने लायक हो तो मार दो। पहली ही गेंद पर मौका मिला — और चौका गया!”
— मुस्कुराती हुई बोलीं क्रांति गौड़।
प्लेयर ऑफ द मैच और देशभर की गर्व
इस प्रदर्शन के बाद गौड़ को प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया।
उनके गृह नगर घुवारा (मध्य प्रदेश) में लोगों ने LED स्क्रीन लगाकर मैच देखा और हर विकेट पर जश्न मनाया।
“मुझे इंडिया-पाकिस्तान मैच का दबाव नहीं था। मेरा काम गेंदबाज़ी करना है — और मैं वही कर रही थी,”
— गौड़ ने कहा।
क्रांति गौड़ सिर्फ एक उभरती खिलाड़ी नहीं, बल्कि भारत की नई गेंदबाज़ी विरासत का भविष्य हैं।
उनकी तेज़ी, स्विंग और सादगी — तीनों ने उन्हें भीड़ से अलग बना दिया है।
महिला वर्ल्ड कप 2025 में भारत को नया हथियार मिल चुका है — नाम है क्रांति गौड़!