पोंडा (गोवा), 15 अक्टूबर 2025
गोवा की राजनीति में गहरी छाप छोड़ने वाले वरिष्ठ नेता और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री रवि नाइक का सोमवार देर रात निधन हो गया। 79 वर्ष की आयु में उन्होंने अंतिम सांस ली। बताया जा रहा है कि उन्हें देर रात हृदयाघात हुआ, जिसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टर उन्हें बचा नहीं सके।
रवि नाइक फिलहाल गोवा सरकार में कृषि मंत्री थे। बीते कुछ समय से वे लगातार जनता से जुड़े कार्यक्रमों में सक्रिय थे और किसानों की समस्याओं पर खुलकर बोलते रहे थे।
सादगी से शुरू हुई थी राजनीति की यात्रा
पोंडा के रहने वाले रवि नाइक ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत बहुत ही सादगी से की थी। उन्होंने छात्र जीवन में ही जनसेवा की राह पकड़ी और धीरे-धीरे राजनीति के बड़े मंच तक पहुंचे।
पहले वे महाराष्ट्रवादी गोमंतक पार्टी (एमजीपी) से जुड़े, फिर कांग्रेस में शामिल होकर दो बार गोवा के मुख्यमंत्री बने। अपनी साफ छवि और जनता से सीधे जुड़ाव के कारण उन्हें “पोंडा का बेटा” कहा जाता था।
मुख्यमंत्री रहते हुए उन्होंने राज्य के ग्रामीण इलाकों में विकास कार्यों पर विशेष ध्यान दिया। कृषि, शिक्षा और सड़क निर्माण जैसे क्षेत्रों में उनके काम की लोग आज भी मिसाल देते हैं।
राजनीति से परे, एक सरल इंसान
रवि नाइक केवल राजनेता नहीं, बल्कि एक संवेदनशील इंसान के रूप में भी जाने जाते थे। अपने मतदाताओं से वे बिना किसी दिखावे के मिलते थे। अक्सर सादे कपड़ों में, बिना सुरक्षा घेरे के वे लोगों के बीच देखे जाते थे।
उनकी यही सादगी उन्हें दूसरे नेताओं से अलग बनाती थी।
नेताओं और जनता ने जताया शोक
रवि नाइक के निधन की खबर फैलते ही पूरे गोवा में शोक की लहर दौड़ गई। मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने कहा कि “रवि नाइक जी ने गोवा की राजनीति को नई दिशा दी। उनका अनुभव और स्नेह हमारे लिए हमेशा प्रेरणादायक रहेगा।”
कांग्रेस और भाजपा — दोनों ही दलों के नेताओं ने उन्हें सच्चा जननायक बताया। सोशल मीडिया पर हजारों लोगों ने उनके योगदान को याद करते हुए श्रद्धांजलि दी।
पीछे छोड़ गए एक विरासत
रवि नाइक की पहचान एक ऐसे राजनेता की रही, जिसने पद से अधिक जनता के भरोसे को महत्व दिया।
उनकी राजनीतिक यात्रा आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा है — कि सच्ची राजनीति केवल सत्ता की नहीं, बल्कि सेवा की होती है।