जापान की सत्तारूढ़ पार्टी, लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी (LDP), अगले हफ्ते नया प्रधानमंत्री चुनने जा रही है। यह पिछले एक साल में दूसरा नेतृत्व चुनाव है।
पिछले महीने प्रधानमंत्री शिगेरु इशिबा ने इस्तीफा दिया था, जब उनकी सरकार ने संसद में बहुमत खो दिया। नए नेता को भ्रष्टाचार के घोटालों, घटती लोकप्रियता और बढ़ती महंगाई जैसी चुनौतियों का सामना करना होगा।
अंतरराष्ट्रीय मोर्चे पर उन्हें जापान-अमेरिका संबंधों को संतुलित करना होगा और इशिबा सरकार द्वारा ट्रंप प्रशासन के साथ किए गए टैरिफ समझौते को लागू करना होगा। अक्टूबर के अंत में ट्रंप की संभावित यात्रा भी चर्चा का विषय है।
तीन मुख्य दावेदार हैं: 44 वर्षीय कृषि मंत्री शिंजीरो कोइज़ुमी, 64 वर्षीय मुख्य कैबिनेट सचिव योशिमासा हयाशी और 64 वर्षीय LDP नेता सना ताका इची, जो जीतने पर जापान की पहली महिला प्रधानमंत्री बनेंगी।
सना ताका इची ने हाल ही में बच्चों की देखभाल पर कर में छूट और इन-हाउस चाइल्ड केयर की सुविधाओं पर टैक्स लाभ देने की योजना पेश की है। कोइज़ुमी ने चावल की कीमतें घटाकर लोकप्रियता हासिल की है, जबकि हयाशी अपने अनुभव और स्थिर छवि के लिए जाने जाते हैं।
पिछले पांच वर्षों में यह जापान का चौथा प्रधानमंत्री होगा। LDP ने हाल के वर्षों में भ्रष्टाचार और घटती लोकप्रियता के कारण कई राजनीतिक झटके झेले हैं। नए प्रधानमंत्री के सामने घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों स्तर पर बड़े निर्णय होंगे, जो जापान के भविष्य और जनता की जिंदगी पर असर डालेंगे।