अमेरिका में सरकारी कामकाज ठप पड़ा है क्योंकि सीनेट ने शुक्रवार को फंडिंग बहाली पर चौथी बार मतदान में असहमति जताई। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की रिपब्लिकन पार्टी द्वारा पेश किया गया यह खर्च कटौती प्रस्ताव फिर से खारिज हो गया, जिससे अब यह संकट अगले हफ़्ते तक जारी रहने की उम्मीद है।
क्या है मामला
बुधवार से अमेरिकी संघीय एजेंसियों के पास फंड खत्म हो गया है, जिसके चलते कई सरकारी सेवाएँ ठप पड़ी हैं।
वॉशिंगटन मॉन्यूमेंट जैसे पर्यटन स्थल बंद हैं
रोज़गार से जुड़ा प्रमुख डेटा जारी नहीं हो सका
कुछ सरकारी वेबसाइटें भी बंद पड़ी हैं
लगभग 7.5 लाख सरकारी कर्मचारी अस्थायी अवकाश (furlough) पर भेजे जा सकते हैं — यानी उन्हें फिलहाल काम से हटाया जाएगा, लेकिन बाद में वेतन दिया जाएगा।
विवाद की जड़
मुख्य टकराव का कारण है — हेल्थकेयर सब्सिडी का विस्तार। डेमोक्रेट्स चाहते हैं कि कम आय वाले अमेरिकियों के लिए स्वास्थ्य बीमा सहायता जारी रहे, जबकि रिपब्लिकन इसे खर्च कटौती का हिस्सा बनाना चाहते हैं।
रिपब्लिकन, जो व्हाइट हाउस और संसद दोनों में सत्ता में हैं, बिल पास करने के लिए कुछ डेमोक्रेटिक वोटों की ज़रूरत में फंसे हुए हैं।
व्हाइट हाउस ने डेमोक्रेट्स पर “देश को जानबूझकर नुकसान पहुंचाने” का आरोप लगाया।
ट्रंप की प्रेस सचिव कैरोलीन लेविट ने कहा — “यह पागलपन अब ख़त्म होना चाहिए। राष्ट्रपति ट्रंप और रिपब्लिकन पार्टी अमेरिकी जनता के हित में सरकार को तुरंत खोलने की मांग करते हैं।”
राजनीति और आरोप-प्रत्यारोप
सीनेट में बहस के दौरान दोनों दलों ने एक-दूसरे पर संकट भड़काने का आरोप लगाया।
रिपब्लिकन सीनेट लीडर जॉन थ्यून ने उम्मीद जताई कि “वीकेंड में विपक्षी सांसदों को सोचने का मौका मिलेगा और वे अगले हफ़्ते तक किसी समाधान पर आ सकेंगे।”
दूसरी ओर, ट्रंप प्रशासन पर आरोप है कि उसने सरकारी विभागों को राजनीतिक भाषा में बयान जारी करने के निर्देश दिए। उदाहरण के लिए, आवास विभाग (HUD) की वेबसाइट पर लिखा गया कि “यह शटडाउन रेडिकल लेफ्ट की वजह से हुआ है।”
न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, शिक्षा विभाग के कुछ कर्मचारियों के ऑटो-रिप्लाई ईमेल्स बिना अनुमति बदले गए, जिनमें लिखा था — “डेमोक्रेट सीनेटरों की वजह से फंडिंग में रुकावट आई है।”
आगे क्या?
अब राष्ट्रपति ट्रंप के बजट प्रमुख रस वॉट अगले सप्ताह रिपब्लिकन सीनेटरों को ब्रीफ करेंगे।
हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स वर्तमान में अवकाश पर है, लेकिन स्पीकर माइक जॉनसन ने कहा कि वे राष्ट्रपति से मुलाकात कर रहे हैं ताकि संभावित छंटनी (layoffs) की योजना पर चर्चा हो सके।
जॉनसन ने डेमोक्रेटिक लीडर चक शूमर पर हमला करते हुए कहा कि वे “2028 के चुनावों में वामपंथी कार्यकर्ताओं के दबाव से डरकर यह राजनीतिक ड्रामा रच रहे हैं।”
अमेरिकी सरकार का यह शटडाउन अब राजनीतिक रस्साकशी का प्रतीक बन गया है।
जहाँ रिपब्लिकन इसे डेमोक्रेट्स की ज़िद बताते हैं, वहीं विपक्ष इसे ट्रंप प्रशासन की नीतिगत असंवेदनशीलता कह रहा है।
अगर आने वाले दिनों में कोई समझौता नहीं हुआ, तो यह संकट न सिर्फ़ सरकारी सेवाओं को प्रभावित करेगा, बल्कि अमेरिकी अर्थव्यवस्था पर भी गहरा असर डाल सकता है।